डॉ राजनसिंह सूर्यवंशी अपने संघर्षों के लिए जाने,जाने वाले व्यक्ति हैं इनका व्यक्तित्व इतना विराट है जैसे एक कठोर तप और तपस्या की तरह है इनका जन्म एक निम्न मध्यमवर्गीय किसान परिवार में 30/08/1971 दिन शुक्रवार को हुआ है, इनके गांव गरीब किसानों की निजी परेशानियों से रूबरू होने के कारण मन में यह बार-बार पीड़ा होती रही कि आखिर यह देश राजनीतिक है और किसान प्रधान देश है औऱ देश के राजनेताओं द्वारा इस देश को एवं समाज को जातियों और धर्मों में बांटकर तोड़ने का प्रयास क्यो? किया जा रहा है लोगों की वास्तविक पीड़ा रोटी कपड़ा और मकान पर काम क्यों ? नहीं किया जा रहा है शिक्षा स्वास्थ्य और रोजगार पर काम क्यों ? नहीं किया जा रहा है मध्यमवर्गीय या गरीब परिवार के उन युवाओं को जो समाज हित और राष्ट्र हित के विचारधाराओं से लवरेज होकर भावपूर्ण विचार के साथ समाज और राष्ट्र की सेवा करना चाहते हैं तो उन्हें राजनीतिक मंच पर अवसर क्यों ? नहीं दिया जा रहा है जब गरीबों का मध्यवर्गीय लोगों का राजनीति में प्रतिनिधित्व नहीं होगा तो उनके हक और हुकूक की बात कोई बड़ा आदमी क्यों ? करेगा यह सब पीड़ा से व्यथित होकर राजनसिंह सूर्यवंशी जी ने सामाजिक जीवन यात्रा 20 वर्ष पूर्व से करते रहे लेकिन 2018 में सरकार द्वारा जातिय भेदभाव फैलाने के कार्यों को देखकर बेहद मर्माहत हुए और भारतीय अपना समाज पार्टी का गठन किया और तब से अब तक भारतीय अपना समाज पार्टी के बैनर तले तमाम सामाजिक बुराइयों के खिलाफ इन्होंने आवाज उठाई हैं। देश पर सबकुछ निछावर करने वाले शहीदों को संवैधानिक शहीद के दर्जा के लिए कई आंदोलन किया|
कुछ नया, अलग और अनोखा करने के अपने जज्बे से उन्होंने बहुत कम उम्र में कई मुकाम हासिल किए। इनको डॉक्टरेट की डिग्री के साथ कई महत्वपूर्ण सम्मान भी प्राप्त हुआ है।
उन्होंने भारतीय राजनीति के बारे में विस्तृत अध्ययन और विश्लेषण किया और देखा कि भारत को सकारात्मक राजनीति की आवश्यकता है और लोगों को समृद्धि लाने के लिए विभिन्न क्षेत्रों में भारत में बहुत सारे बदलाव लागू किए जाने हैं, जो वास्तव में उनके लायक हैं।
उनका मानना है कि “आइए सभी के जीवन में खुशियां लाएं” और इस आदर्श विचार के साथ राजनीतिक दल का गठन किया ।
यह पार्टी राष्ट्रीय स्तर पर भारतीय राजनीति का एक नया, शिक्षित और सकारात्मक विकल्प बनकर उभरेगी।